
द इण्डियन मिरर विद्युत विभाग के व्यथित आउट सोर्स कर्मचारियों ने कंपीटेंट सनर्जी द्वारा सिक्योरिटी और बैलेट के नाम पर लिए गए रूपए दिलाने केलिए अधीक्षण अभियंता को लिखित में ज्ञापन।दिया।और पूर्व कंपनी द्वारा छल से लिए गए पैसे वापस दिलाने का आग्रह किया। मीटर रीडरों ने बताया कंपीटेंट सनर्जी कंपनी जब फर्रुखाबाद में काम करने आई तो उसने प्रत्येक लड़के से पांच ₹5000 हजार रुपए सिक्योरिटी बतौर लिए थे जो की बिना दिए ही टेंडर छोड़कर चली गई।इसी कंपनी द्वारा जाते-जाते कई लड़कों से बैलेट के नाम पर भी रुपए लिए गए।प्राइवेट सेक्टर में भी निरंतर कर्मचारियों का शोषण जारी है। आने वाली नई आने वाली टेरा कंपनी ने प्रिंटर मोबाइल इत्यादि कर्मचारियों को देने से मना किया है।मीटर रीडरों का कहना है। कि कंपनी द्वारा प्रिंटर इत्यादि उपकरण न दिए जाने से हम लोग काम करने में असमर्थ होंगे क्योंकि इतनी कम सैलरी में हम परिवार चलाएं या कम्पनी की आवश्यकताएं पूरी करें।